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Showing posts from September 13, 2020

Why Valentine's Day is celebrated every year? -हिंदी में. | १४ फरवरी वैलेंटाइन्स डे |

Why Valentine's Day is celebrated every year? -हिंदी में. Valentine's Day १४  फरवरी वैलेंटाइन्स डे   ➤ वैलेंटाइन्स डे    महान दिन हर साल 14 फरवरी को प्रतिवर्ष मनाया जाता है और यह दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में रोमांस और रोमांटिक प्रेम का एक महत्वपूर्ण, सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है।  ➤ इसे संत  वेलेंटाइन दिवस या संत के पर्व के रूप में भी जाना जाता है। वेलेंटाइन नामक संतों की संख्या है, जिन्हें हर 14 फरवरी को सम्मानित किया जाता है।   ➤ वेलेंटाइन डे  ( Valentine's Day )  के साथ कई कहानियां जुड़ी हुई हैं। 18 वीं शताब्दी के बाद, यह एक ऐसे अवसर में विकसित हुआ जिसमें जोड़े एक-दूसरे को फूलों, ग्रीटिंग कार्ड्स के माध्यम से अपने प्यार का इजहार करते हैं, और एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं। Happy Valentine's Day  ➤  Valentine's weekdays:  Valentine's Day,   पर ,   कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है और अधिकांश   व्यवसाय   सामान्य रूप से खुले होते हैं। यह पूरे सप्ताह के दिनों में भी मनाया जाता है।  7 फ...

Information about the Holi celebrations in India and reasons for the Holi celebrations, in Hindi. | During the Holi celebrations, people play with colored water, in Hindi |

➤ ➤ ➤   Information about the Holi celebrations in India and reasons for the Holi celebrations, in Hindi.   ➤ ➤ ➤ Colors Of Holi अलाव During the Holi celebrations, people play with colored water, in Hindi | होली का परिचय  और होली रंगों का त्योहार।  ➤ ➤ ➤ पूर्णिमा के दिन फागुन के महीने में  होली का त्यौहार  मनाया जाता है।  ➤ ➤ ➤ यह, the Holi celebrations, रंगों का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है जिसे अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।  ➤ ➤ ➤ लोग एक दूसरे के शरीर या चेहरे पर रंगों की रगड़ से आनंद लेते हैं और "बूरा न मानो होली है" की गूंज से वातवरण भर जाता है। होली उत्सव के बारे में जानकारी और इतिहास ➤ ➤ ➤ होली  ( the Holi celebrations, ),  वास्तव में रंग रगड़ने से एक दिन पहले शुरू होता है और होली की पूर्व संध्या पर लोग अलाव जलाते हैं, यानी होलिका दहन, और दिल से पूजा करते हैं।  ➤ ➤ ➤ The Holi Celebrations के पीछे की कहानी राक्षस राजा हरन्याकश्यपु और उनके पुत्र प्रह्लाद से जुडी है। प्र...

More about Vasant Panchami in Hindi.| What should do on Vasant Panchami? |

More about Vasant Panchami in Hindi. Vasant Panchami जिसे बसंत पंचमी या श्री पंचमी भी कहा जाता है; माना जाता है कि इस दिन महा सरस्वती की पूजा की जाती है, जो ज्ञान, भाषा, कला और संगीत की देवी हैं।  Vasant Panchami ⇨ Vasant Panchami त्योहार माघ शुक्ल पंचमी के हिंदू महीने में  आता है  यानी यह 16 फरवरी, मंगलवार को 2021 में आता है।  ⇨ Vasant Panchami,  विवा पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। यह माना जाता है कि अयोध्या के राजकुमार भगवान राम और राजकुमारी देवी सीता का विवाह इसी दिन हुआ था।  ⇨ और इस  Vasant Panchami  दिन से भारत के लोग मकर संक्रांत या उत्तरायण के बाद विवाह समारोह की शुरुआत करते हैं। ⇨ पंचमी ( Vasant Panchami)  से जुड़ी कहानियों में से एक यह है कि महान कवि कालिदास जिन्होंने कभी अपनी पत्नी का अपमान किया था और उन्हें मूर्खतापूर्ण कहा था; इसलिए कालिदास ने घर छोड़ दिया और पवित्र नदी सरस्वती के किनारे बस गए।  ⇨ देवी सरस्वती; नदी से निकलीं और उन्होंने कहा कि नदी के पवित्र जल में स्नान करो और इससे बाहर आओ। उसके बाद कालिदास एक प्...

All details about Mahatma Gandhi, in English. | The historical information about Mahatma Gandhi.

Mahatma Gandhi All details about Mahatma Gandhi, in English. ➤   Mahatma Gandhi  was such a great man who set the example of non-violence in the world. Everyone in the human world still remembers this great soul with so much respect and makes us always feel his presence. ➤   We all know that a shocking incident took place in South Africa with Mahatma Gandhi. Mahatma Gandhi  had his first experience in the court of Durban, when he went to court wearing a Hindustani turban, the judge asked him to take off the turban and it was not acceptable to Gandhiji and he immediately left the courtroom and went outside.  ➤   And one of the news agencies wrote "AN UNWELCOME VISITOR". This incident happened on May 26, 1893. ➤   The second experience, when he was leaving Durban on 31 May 1893, fighting a case of Asil, patrolling the Pittoria train, then at about 9 o'clock the white people asked him to get off the train and  Mahatma Gandhi  did not obey the ...

१४ सितम्बर हिंदी-दिवस | हिंदी दिवस के बारे में जानकारी | विश्व हिंदी दिवस | hindi divas | Hindi diwas jankari in hindi |

 "१४ सितम्बर हिंदी-दिवस" ।   "१४ सितम्बर याने हिंदी-दिवस" :- हिंदी राष्ट्रभाषा है भारतकी और हर भारतीय इसे पुरे गर्व के साथ पुरे अदब से बोलते है।  हिंदी एक ऐसी भाषा है जो आपस में प्यार और एकता बढाती है।  इस भाषा में वो मिठास है जो हर किसी को आकर्षित करती है। भारत जब अंग्रेजो की गुलामी में से आज़ाद हुवा उसके बाद सन १९४९, १४ सितम्बर को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया की हिन्दी ही भारत की राष्ट्रभाषा होगी।  हिंदी दिवस के बारे में जानकारी।   हिंदी को पुरे देश में प्रसारित करने हेतु सन १९५३ से; वर्धा-राष्ट्रभाषा समिति; ने १४ सितम्बर को हिन्दी-दिवस मनाये जाये ऐसा निर्णय लिया गया तबसे आज तक पुरे देश में १४ सितम्बर को हिन्दी-दिवस मनाते है।    वैसे तो १९१८ को गांधीजी ने हिंदी साहित्य  सम्मेलन में कहा था की हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाये जाये। आज़ादी के बाद जिन महापुरुषोने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया उनमेसे कुछ नाम यह रहे: काका कालेलकर, राजेंद्र सिंह, शेठ गोविंददास, हज़ारी प्रसाद द्रिवेदी और मैथिलीशरण गुप्त यादि लोगो न...

About the history of Mahatma Gandhi -हिंदी में. | The great man of the world, Mahatma Gandhi -हिंदी में.

Mahatma Gandhi About the history of Mahatma Gandhi -हिंदी में. ➤ महात्मा गांधी   एक ऐसे  महान व्यक्ति  थे   जीसने  दुनीया मैं इक अहिंसा की मिसाल कायम की ।  ➤ मानव जगत में हर कोई इन्सान आज भी इस  महान   आत्मा को इतने आदर के साथ याद करती है और हमे हरवक्त उनकी हाज़री का अहसास कराती है। ➤ हम सब जानते हैं आत्माको दहला देने वाली घटना घटी दक्षिण अफ्रीका मैं, गांधीजी के साथ। ➤ महात्मा गांधी जी को पहला अनुभव डरबन की अदालत में हुवा जब वो हिंदुस्तानी पगड़ी पहनकर अदालत में गए तब जज ने वह पगड़ी उतारनेको कहा और वो महात्मा गांधी जी को मंजूर नहीं था और वो तुरंत ही  अदालत  की कक्षा छोड़कर बहार चले गए।  ➤ और इस बात को अखबारी संस्था ने लिखा "AN UNWELCOME VISITOR".यह घटना घटी २६  मई १८९३  को।  ➤ दूसरा अनुभव , जब वो ३१ मई १८९३  को डरबन छोड़ के एक असील का केस लड़ने पिटोरिया ट्रैन से मुसाफरी कर रहे थे तब तक़रीबन रात ९ बजे वहां के गोर लोगो ने उनको ट्रैन से उतरने को कहा और जब गांधी जी ने मन किया तो उन लोगोने जबरन खीचनेकी कोसिस की और वह नह...